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अनोखी दुनिया की कहानी

एक समय की बात है, एक छोटे से गाँव में एक लड़का नामक अर्जुन रहता था। अर्जुन बहुत जिज्ञासु और साहसी था। उसे हमेशा नई-नई चीज़ें जानने का शौक था। गाँव के बाहर एक घना जंगल था, जिसे गाँव वाले भूतहा मानते थे। लेकिन अर्जुन को उस जंगल के बारे में जानने की बेहद इच्छा थी।

एक दिन, उसने तय किया कि वह जंगल में जाएगा। सुबह-सुबह वह अपने छोटे से बैग में कुछ खाने-पीने की चीज़ें और एक टॉर्च लेकर जंगल की ओर निकल पड़ा। जैसे ही वह जंगल में घुसा, चारों ओर पेड़-पौधों की हरियाली और अजीब आवाजें सुनाई देने लगीं। लेकिन अर्जुन को डर नहीं लगा। वह आगे बढ़ता गया।

जंगल के बीचों-बीच उसे एक सुनहरी रोशनी दिखाई दी। जैसे-जैसे वह उस रोशनी की ओर बढ़ा, उसने देखा कि वहाँ एक खूबसूरत झील थी। झील का पानी जैसे हीरा सा चमक रहा था। अर्जुन ने सोचा, “यहाँ तो बहुत कुछ देखने को मिलेगा।”

जैसे ही वह झील के पास पहुँचा, अचानक एक चमकती हुई परियों का समूह उसके सामने आ गया। परियाँ बहुत सुंदर और रहस्यमयी थीं। उनमें से एक ने कहा, “हम इस अनोखी दुनिया की रक्षक हैं। तुमने हमारी झील का दौरा किया है, तो तुम्हें हमारे साथ चलना होगा।”

अर्जुन थोड़ा हैरान हुआ, लेकिन उसने सहर्ष हां कर दी। परियों ने उसे अपनी जादुई दुनिया में ले जाने के लिए हाथ बढ़ाया। वे उसे एक दूसरे अद्भुत स्थान पर ले गईं, जहाँ पेड़ बोलते थे और फूल संगीत गाते थे। वहाँ हर कोई एक-दूसरे के साथ प्रेम से व्यवहार करता था।

वहाँ अर्जुन ने देखा कि लोग अपनी कला और कौशल के अनुसार काम कर रहे थे। एक महिला सुंदर कपड़े बुन रही थी, जबकि एक बच्चा रंग-बिरंगे पतंग उड़ा रहा था। अर्जुन को वहाँ की खुशहाली और शांति ने बहुत प्रभावित किया।

परियों ने उसे बताया कि इस दुनिया का मुख्य रहस्य यह है कि सभी को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए और प्रेम से रहना चाहिए। उन्होंने अर्जुन को यह भी बताया कि जब लोग आपस में लड़ते हैं, तब उनकी जादुई दुनिया कमजोर हो जाती है।

अर्जुन ने वहाँ बिताए समय का भरपूर आनंद लिया। लेकिन कुछ समय बाद उसे घर की याद आने लगी। उसने परियों से कहा, “मैं अपने गाँव लौटना चाहता हूँ।” परियों ने उसे समझाया कि हर किसी को अपने घर लौटने का समय आता है।

परियों ने उसे एक जादुई पत्थर दिया, जिसे वह अपने साथ ले जा सकता था। उन्होंने कहा, “जब भी तुम दुखी महसूस करोगे, इस पत्थर को छू लेना। यह तुम्हें हमारी याद दिलाएगा।”

अर्जुन ने विदाई ली और जंगल से बाहर निकल आया। जब वह गाँव वापस पहुँचा, तो उसने अपनी कहानी सबको सुनाई। गाँव वाले उसकी बातों पर विश्वास नहीं करते थे, लेकिन अर्जुन ने तय किया कि वह अपने अनुभवों को हमेशा याद रखेगा और गाँव में प्यार और एकता फैलाने का प्रयास करेगा।

इस तरह, अर्जुन ने अपने गाँव में एक नया परिवर्तन लाने का निर्णय लिया। उसने सभी को बताया कि कैसे प्रेम और एकता से एक अनोखी दुनिया बनाई जा सकती है। धीरे-धीरे, गाँव में हर कोई एक-दूसरे की मदद करने लगा, और वहाँ की खुशहाली बढ़ने लगी।

इस तरह अर्जुन की यात्रा ने न केवल उसकी जिंदगी बदल दी, बल्कि पूरे गाँव को एक नया मार्ग दिखाया। और इस प्रकार, अनोखी दुनिया की कहानी सिर्फ अर्जुन की नहीं, बल्कि उसके गाँव की भी बन गई।

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