शाही महल की परी
सी समय की बात है, एक सुंदर और समृद्ध राज्य था, जिसका नाम ‘सपनों का राज्य’ था। इस राज्य के राजा और रानी बहुत ही दयालु और समझदार थे। उनके एक प्यारे से महल में एक अद्भुत बाग था, जिसमें हर रंग के फूल खिलते थे और तरह-तरह की अद्भुत महक बिखरती थी।
इस बाग में एक विशेष फूल था, जिसे ‘सपनों का फूल’ कहा जाता था। यह फूल एक रहस्यमय परी द्वारा दिया गया था। वह परी हर 100 साल में एक बार इस फूल को हर किसी के जीवन में खुशियाँ लाने के लिए भेजती थी। लेकिन इस बार, परी को कुछ चिंता थी। सपनों का फूल अपना रंग खो रहा था और बाग की सुंदरता घट रही थी।
राजा और रानी ने सोचा कि इस समस्या का समाधान ढूँढने के लिए एक साहसी और बुद्धिमान बच्चे की जरूरत है। उन्होंने अपने राज्य के सभी बच्चों को एक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया, जिसमें उन्हें एक जादुई वस्तु ढूँढनी थी जो बाग को पुनर्जीवित कर सके।
अनेक बच्चे भाग लेने आए, लेकिन कोई भी जादुई वस्तु नहीं ढूँढ सका। अंत में, एक नन्हीं लड़की जिसका नाम ‘आशा’ था, प्रतियोगिता में शामिल हुई। आशा ने ध्यानपूर्वक बाग का अवलोकन किया और पाया कि बाग की समस्या एक गहरे रहस्य से जुड़ी हुई थी। उसने ध्यान से देखा कि ‘सपनों का फूल’ के आसपास की मिट्टी में एक पुराना पत्र दबा हुआ था।
पत्र को निकालने के बाद, आशा ने उसे खोला और पाया कि उसमें लिखा था कि “सपनों का फूल केवल तब पुनर्जीवित हो सकता है जब इसका छुपा हुआ जादू पुनः प्रकट हो।” पत्र में एक जगह की ओर इशारा किया गया था, जो महल के पीछे एक गुप्त गुफा में था।
आशा ने गुफा में जाकर देखा कि वहां एक पुराना जादुई पेड़ था, जिसकी शाखाओं में छोटे-छोटे रंगीन रत्न जड़े हुए थे। पेड़ की जड़ों में एक विशेष दरवाजा था, जो केवल सच्चे दिल वाले व्यक्ति के लिए खुलता था। आशा ने अपनी सच्चाई और निष्ठा से दरवाजा खोला और अंदर जाकर एक चमकदार कक्ष में पहुंची, जहां उसने एक रहस्यमय जादुई पत्थर देखा।
आशा ने उस पत्थर को बाग में रखा, और देखते ही देखते ‘सपनों का फूल’ पुनः खिल उठा, महल का बाग फिर से अपनी पूरी खूबसूरती में लौट आया। राजा और रानी ने आशा को धन्यवाद दिया और उसे राज्य की विशेष परी बनाकर सम्मानित किया।
सपनों का फूल हर बार आशा की वजह से नई ऊर्जा प्राप्त करता रहा, और राज्य में खुशियाँ फैलती रहीं। आशा की बहादुरी और सच्चाई की कहानी राज्य में प्रचलित हो गई, और हर कोई जानता था कि सच्चे दिल से की गई मेहनत और ईमानदारी से बड़ी कोई शक्ति नहीं होती।
समाप्त
आशा है कि आपको यह कहानी पसंद आई होगी!